बीमा जागरूकता सर्वेक्षण - पॉलिसी धारक
- रंजन ने बीमा लोकपाल के बारे में जानकारी पायी
- रंजन ने मोटर बीमा को जारी रखने का निर्णय लिया
- रंजन ने यूलिप के बारे में और अधिक सीखा
- रंजन ने मह्सूस किया कि ईमानदारी ही श्रेष्ठ नीति है
- रंजन ने ‘अंडरइंश्योरेंस’ को समझा
- रंजन अब अपनी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी स्थानांतरित (पोर्ट) कर सकता है
- रंजन ने फ्रीलुक अवधि के बारे में समझा
- रंजन ने प्रस्ताव फार्म भरता है
- रंजन ने लाइसेंसधारी मध्यस्थों के बारे में सीखा
- राजन ने सर्वेक्षकों से सम्बंधित जानकारी प्राप्त की
- रंजन तक्नीक की ओर उन्मुख हुआ
- रंजन ने नकदरहित (कैशलेस) सेवा के बारे में सीखा
चित्रकथा श्रृंखला - क्षेत्रीय भाषा
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आईआरडीएआई के जागरूकता अभियान (2010-2015) की दोपहर के भोजन के उपरांत सर्वेक्षण रिपोर्ट
बीमा जागरूकता सर्वेक्षण
बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) ने देश में बीमा जागरूकता के स्तरों का मूल्यांकन करने के लिए नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) से एक देशव्यापी सर्वेक्षण कराया। यह सर्वेक्षण, 29 राज्यों/संघशासित क्षेत्रों में आयोजित किया गया।
ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में बीमित तथा गैर-बीमित लोगों के सामाजिक-आर्थिक प्रोफाइलों से संबंधित सूचनाएँ एकत्र करते हुए तथा जीवन एवं सामान्य बीमा के विविध प्राचलों से इसका सह-संबंध स्थापित करते हुए सर्वेक्षण में विविध निष्कर्ष प्राप्त किए गए। सर्वेक्षण से पता चला कि अधिकांश बीमित व्यक्ति वेतनभोगी, नियमित पारिश्रमित प्राप्त करने वाले या स्व-रोजगाररत हैं। बीमित परिवारों में शिक्षा का स्तर उच्च है जबकि इसके विपरीत अधिकांश गैर-बीमित परिवार प्रायः निरक्षर हैं।